सक्त बजट के बाद भी एक अच्छी खबर पेट्रोल और डीजल हुए सस्ते। ……
केंद्र सरकार ने आज पेट्रोल की कीमतों में प्रति लीटर 49 पैसे और डीजल की कीमतों में 1.21 रूपए कटौती का ऎलान किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों को देखते हुए कीमतों में कटौती का फैसला किया है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें अब 60 रूपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 48.50 रूपए प्रति लीटर हो गए हैं। सरकारी तेल कंपनियों ने आज सुबह एटीएफ की भी औसत कीमतें 942.5 रूपए प्रति लीटर घटाई हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने से आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। डीजल के दाम घटने का असर मालभाडे पर दिखाई दे सकता है। ऎसे में महंगाई के मोर्चे पर सरकार को राहत मिल सकती है। इस राहत के अलावा सर्विस टैक्स में भी अभी राहत जारी रहने वाली है। बढी दर से सर्विस टैक्स एक अप्रैल से वसूल जाना था, लेकिन अब इसे अभी नहीं वसूला जाएगा। बजट में सर्विस टैक्स 12.36 से बढकर 14 फीसदी किया गया है। लेकिन यह लागू तभी होगा जब सरकार की ओर से अधिसूचना यानी आदेश जारी होंगे। अभी संसद में छुट्टी है। वित्त विधेयक पर बहस पूरी नहीं हुई है।
बजट सत्र का दूसरा चरण 20 अप्रैल से शुरू होगा, जो 8 मई तक चलेगा। संसद से बिल पास होने के बाद ही अधिसूचना जारी होगी। वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि अधिसूचना की तारीख से ही बढा टैक्स लगेगा। जन सेवाओं को सर्विस टैक्स के दायरे में लाया और निकाला गया है उन पर अमल बुधवार से ही होने लगेगा। लेकिन इन पर पुरानी 12.36 प्रतिशत की दर से ही टैक्स लगेगा।
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केंद्र सरकार ने आज पेट्रोल की कीमतों में प्रति लीटर 49 पैसे और डीजल की कीमतों में 1.21 रूपए कटौती का ऎलान किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों को देखते हुए कीमतों में कटौती का फैसला किया है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें अब 60 रूपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 48.50 रूपए प्रति लीटर हो गए हैं। सरकारी तेल कंपनियों ने आज सुबह एटीएफ की भी औसत कीमतें 942.5 रूपए प्रति लीटर घटाई हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने से आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। डीजल के दाम घटने का असर मालभाडे पर दिखाई दे सकता है। ऎसे में महंगाई के मोर्चे पर सरकार को राहत मिल सकती है। इस राहत के अलावा सर्विस टैक्स में भी अभी राहत जारी रहने वाली है। बढी दर से सर्विस टैक्स एक अप्रैल से वसूल जाना था, लेकिन अब इसे अभी नहीं वसूला जाएगा। बजट में सर्विस टैक्स 12.36 से बढकर 14 फीसदी किया गया है। लेकिन यह लागू तभी होगा जब सरकार की ओर से अधिसूचना यानी आदेश जारी होंगे। अभी संसद में छुट्टी है। वित्त विधेयक पर बहस पूरी नहीं हुई है।
बजट सत्र का दूसरा चरण 20 अप्रैल से शुरू होगा, जो 8 मई तक चलेगा। संसद से बिल पास होने के बाद ही अधिसूचना जारी होगी। वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि अधिसूचना की तारीख से ही बढा टैक्स लगेगा। जन सेवाओं को सर्विस टैक्स के दायरे में लाया और निकाला गया है उन पर अमल बुधवार से ही होने लगेगा। लेकिन इन पर पुरानी 12.36 प्रतिशत की दर से ही टैक्स लगेगा।
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